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बजट रेखा या कीमत रेखा (Budget Line or Price Line)

  • बजट रेखा दो वस्तुओं के उन सभी संयोगों का ग्राफीय निरूपण होता है जिन्हें उपभोक्ता दी गई कीमतों तथा अपनी आय को व्यय करके खरीद सकता है।
  • बजट रेखा को कीमत रेखा भी कहते हैं।

बजट रेखा की चित्रमय व्याख्या

  • माना कि एक उपभोक्ता के पास दोनों वस्तुओं केले(X) और संतरे (Y) पर व्यय करने के लिए ₹20 का बजट उपलब्ध है।
  • केले की कीमत ₹4 प्रति इकाई है और संतरे की कीमत ₹2 प्रति इकाई है।
  • उपभोक्ता को केले और संतरे के निम्नलिखित संयोग/बंडल प्राप्त होता है।
  • जो उपभोक्ता अपने दी गई आय और वस्तुओं की दी गई कीमत के द्वारा खरीद सकता है।
  • इन विभिन्न संयोग से ही बजट रेखा बनती है।
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  • उपरोक्त वक्र में X-अक्ष पर केले और Y-अक्ष पर संतरे की गायों को दर्शाया गया है।
  • बिन्दु A पर उपभोक्ता अपने समस्त आय को व्यय करके केले की अधिकतम 5 इकाइयां ही खरीद सकता है।
  • इसके विपरीत बिंदु एफ पर उपभोक्ता अपनी समस्त आय को संतरे पर व्यय करके 10 इकाइयां खरीद सकता है।
  • A और F के बीच B,C,D और E ऐसे ही विभिन्न बिन्दु है।
  • इन सभी बिंदुओं को मिलाने से एक सरल रेखा AF रेखा प्राप्त होती है जिससे बजट रेखा या कीमत रेखा कहते हैं।
  • बजट रेखा पर स्थित सभी बिंदु केले और संतरे के उन सभी बंडलों को दर्शाता है जिन्हें उपभोक्ता दोनों वस्तुओं की दी कीमतों पर अपनी समस्त आय ₹20 को व्यय करके खरीद सकता है।

बजट रेखा में खिसकाव

  • बजट रेखा उपभोक्ता की स्थिर आय और वस्तुओं की स्थिर कीमतों के आधार पर बनाई जाती है।
  • यदि उपभोक्ता की आय में परिवर्तन हो या वस्तुओं की कीमतों में परिवर्तन हो तो बजट रेखा खिसक जाती है।

उपभोक्ता की आय में परिवर्तन 

  • यदि केले और संतरे की कीमतों में कोई परिवर्तन ना हो परंतु उपभोक्ता की आय में परिवर्तन से बजट रेखा खिसक जाएगी।
  • उपभोक्ता की आय में वृद्धि से वे दोनों वस्तुओं की अधिक मात्रा खरीद सकता है।
  • जिससे बजट रेखा AB से खिसक कर अदाएं और A1B1 हो जाएगी।

  • वहीं अगर उपभोक्ता की आय में कमी हो जाए तब बजट रेखा बाई और खिसक जाएगी।
  • आय में कमी से उपभोक्ता दोनों वस्तुओं के कम बंडल खरीद सकेगा जिससे बजट रेखा AB से खिसककर A2B2 हो जाएगी।

सापेक्षिक कीमतों में परिवर्तन

  • यदि उपभोक्ता की आय में कोई परिवर्तन ना हो परंतु दोनों वस्तुओं की कीमत में परिवर्तन हो तब बजट रेखा भी परिवर्तित हो जाती है।
  • कीमत में परिवर्तन से बजट रेखा के ढाल परिवर्तन हो जाएगा।
  • क्योंकि दोनों वस्तुओं की कीमत का अनुपात बदल जाएगा।

X-अक्ष वस्तु (केले) की कीमत में परिवर्तन

  • X अक्ष की वस्तु (केले) की कीमत गिरने से उपभोक्ता X अक्ष की वस्तु केले की पहले के अपेक्षा अधिक मात्रा खरीद सकता है।
  • जिससे बजट रेखा एबी से घूम कर दाएं और A1B हो जाएगी।

  • नई बजट रेखा Y अक्ष को उसी बिंदु B पर मिलती है क्योंकि संतरे की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
  • जबकि Xअक्ष की वस्तु केले की कीमत बढ़ने पर उपभोक्ता केले की पहले की अपेक्षा कम मात्रा खरीद सकता है।
  • जिससे बजट रेखा AB से बाई और घूमकर A2B हो जाएगी।

Y अक्ष की वस्तु (संतरे) की कीमत में परिवर्तन

  • Y अक्ष की वस्तु अर्थात संतरे की कीमत में कमी से उपभोक्ता संतरे की पहले की अपेक्षा अधिक मात्रा खरीद सकता है।
  • जिससे बजट रेखा AB से दाई और घूमकर AB1 हो जाएगी।

  • नई बजट रेखा Xअक्ष को उसी बिंदु A पर मिलती है क्योंकि केले की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
  • वहीं अगर Y अक्ष की वस्तु संतरे की कीमत में वृद्धि से उपभोक्ता उसी आय पर संतरे की पहले की अपेक्षा कम मात्रा खरीद सकता है।
  • जिससे बजट रेखा AB बाएं और घूमकर AB2 हो जाएगी।
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